PM Kisan 22nd Installment 2025 – PM Kisan सम्मान निधि योजना के 9 करोड़ किसानों के लिए 2025 की शुरुआत खुशखबरी लेकर आ रही है। सरकार जल्द ही पीएम किसान की 22वीं किस्त जारी करने वाली है, जिसका सीधा लाभ किसानों के बैंक खातों में मिलेगा। हर साल की तरह इस बार भी सरकार किस्त वितरण की प्रक्रिया को तेज़ी से पूरा कर रही है ताकि किसानों को खेती की तैयारी और रबी सीजन में आर्थिक सहायता समय पर मिल सके। केंद्र सरकार द्वारा पात्र किसानों को हर चार महीने में ₹2,000 दिए जाते हैं और कुल सालाना ₹6,000 की सहायता प्रदान की जाती है। इस बार 22वीं किस्त को लेकर किसानों में खास उत्साह है क्योंकि कई महीनों से किसान इस भुगतान का इंतज़ार कर रहे थे। सरकार की ओर से ई-केवाईसी और आधार–बैंक खाता लिंकिंग की प्रक्रिया को भी अनिवार्य किया गया है, ताकि भुगतान सीधे और बिना किसी रोक-टोक के किसानों तक पहुंच सके।

पीएम किसान की 22वीं किस्त कब जारी होगी?
पीएम किसान योजना की 22वीं किस्त 2025 में जनवरी के दूसरे सप्ताह में जारी होने की उम्मीद है। सरकार किस्त जारी करने से पहले सभी राज्यों से लाभार्थियों की लिस्ट अपडेट करवाती है ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो। किसानों को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि उनका बैंक खाता आधार और NPCI से लिंक हो, क्योंकि भुगतान DBT (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से सीधे उनके खाते में भेजा जाता है। पिछली किस्तों की तरह, इस बार भी प्रधानमंत्री देशभर के किसानों से वर्चुअल माध्यम से संवाद कर सकते हैं और किस्त वितरण की घोषणा कर सकते हैं। अगर किसी किसान का ई-केवाईसी लंबित है, तो उसे तुरंत पूरा करना चाहिए, क्योंकि अधूरी जानकारी होने पर किस्त रोकी जा सकती है।
किन किसानों को मिलेगा किस्त का लाभ?
पीएम किसान योजना का लाभ केवल उन्हीं किसानों को मिलता है जो पात्रता नियमों को पूरा करते हैं। छोटे और सीमांत किसान जिनके नाम खेती योग्य भूमि दर्ज है, उन्हें इस योजना में शामिल किया जाता है। साथ ही, किसान परिवार के किसी सदस्य को सरकारी नौकरी में नहीं होना चाहिए और न ही आयकरदाता होना चाहिए। सरकार हर किस्त जारी करने से पहले लाभार्थियों की नई लिस्ट तैयार करती है और गलत तरीके से लाभ लेने वालों को हटाती है। इस बार कई राज्यों में किसानों की नई वेरिफिकेशन प्रक्रिया पूरी कर ली गई है, जिससे अपेक्षा है कि 22वीं किस्त का लाभ बड़ी संख्या में वास्तविक किसानों तक पहुंचेगा।
ई-केवाईसी और आधार लिंकिंग क्यों ज़रूरी है?
पीएम किसान योजना में ई-केवाईसी अनिवार्य करने का उद्देश्य लाभार्थियों की वास्तविक पहचान सुनिश्चित करना है। सरकार चाहती है कि इस योजना का लाभ केवल उन्हीं किसानों तक पहुंचे जो सही पात्रता रखते हैं। ई-केवाईसी पूरा न होने पर किस्त रोक दी जाती है, इसलिए किसानों को समय रहते यह प्रक्रिया पूरी करनी चाहिए। इसके अलावा, आधार नंबर के साथ बैंक खाता लिंक होने से DBT के माध्यम से भुगतान तेजी से और सुरक्षित रूप से किसानों के खाते में पहुंच जाता है।
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किसान किस तरह अपना नाम लाभार्थी सूची में चेक करें?
22वीं किस्त आने से पहले किसान अपना नाम लाभार्थी सूची में आसानी से ऑनलाइन चेक कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा और “Beneficiary Status” या “Beneficiary List” विकल्प चुनना होगा। वहां आधार नंबर या मोबाइल नंबर दर्ज करने पर किस्त की स्थिति दिखाई देती है। यदि किसी किसान का नाम सूची में नहीं दिख रहा है, तो वह निकटतम कृषि कार्यालय या CSC केंद्र से संपर्क कर सकता है। कई बार छोटे-मोटे दस्तावेज़ अपडेट न होने के कारण किसान सूची से बाहर रह जाते हैं।
